विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. 33 लाख टन था। नई फसल की आवक के समय. K(रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. एम डी व्यास,डॉ. किसानों को सोयाबीन बीज की बुआई से पूर्व ही पहले अंकुरण परिक्षण का न्यनतम 70 प्रतिशत से अधिक है या नहीं इसकी जांच कर. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. क्या है बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएँ. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. के. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. के. तना मक्खी का नियंत्रण. अच्छी कमाई करने के लिए किसानों के इसकी अच्छी किस्म की खेती करनी चाहिए जिसमें रोग रोधी. 1. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: soyextn@gmail. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. समझदार योजना: सोयाबीन की खेती शुरू करने से पहले, एक समझदार योजना बनाएं। इसमें किसानी के लिए उचित जमीन का चयन, उचित नस्ल के बीजों का. आर. टॉप 6 सोयाबीन किस्म की खेती करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है Soyabean की BS – 6124 उन्नति किस्म प्रताप सोया-45 उन्नति किस्म JS – 2069उन्नति किस्मसोयाबीन की नई किस्म 2022 | सोयाबीन की अच्छी किस्म कौन सी है – सोयाबीन की प्रमुख किस्में | सोयाबीन की उत्तम किस्में | सोयाबीन सीड्स की. तिलक राज शर्मा, उप. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. हेडगेवारनई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. सिंह ने जानकारी दी कि पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात,. सोयाबीन एवं सोया उत्पादों की ताजा रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट का असर नए सोयाबीन के भाव ( Soyabean Bhav report 2022 ) पर क्या पड़ेगा जानिए।चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में डॉ. आज 1569 सोयाबीन को निकाला जिसका काफी अच्छा एवरेज निकला #जय किसान jay kisan. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. केन्द्र, चंदनगांव, छिंदवाड़ा. September 19, 2023 3:31 PM IST. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारतसोयाबीन की नवीन किस्म आर. 02 सितम्बर 2022, नई दिल्ली: उत्तराखंड में खरीफ में उगाने के लिए उपयुक्त सोयाबीन की किस्में (पहाड़ियों के लिए) – उत्तराखंड (पहाड़ियों) में खरीफ में उगाने के. जड़ सडऩ. क्योंकि चना की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैइस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. 193 views, 18 likes, 0 loves, 0 comments, 9 shares, Facebook Watch Videos from India Science TV Channel: "जन विज्ञान'’ के इस अंक में देखिये - अधिक उपज देने वाली सोयाबीन की नई किस्म विकसित, कोरोना. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. कृ. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. ब. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. SI. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. 03 अगस्त 2023, भोपाल: 30-45 दिन की सोयाबीन फसल में न करें खरपतवार नाशकों का उपयोग – भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान- इंदौर द्वारा 31 जुलाई से 6 अगस्त 2023 की अवधि के. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता रहा है। जबकि, अब तक इतिहास में काले गेंहू (Black Wheat. डार्क मोड. Help Line- 6262166222. एस. ) अधिकतम रेट (रु. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. आरएके कॉलेज के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन के बीज की नई किस्म इजाद. प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. सोयाबीन बोने का सही समय चुनना. लाल भिंडी की उन्नत खेती से होगा किसानो को. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. के. Website: रबी. यह नई वेरायटी मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्वी राज्यों की माटी के लिए. जल्दी पकने वाली जीरा की नई किस्म सीजेडसी – 94 September 6, 2021 November 20,. कहना है कि बहुत से किसान औषधीय गुणों वाले धान की किस्म के. नई दिल्ली: अक्सर कई पौधों में फलों या फूलों के झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इससे पैदावार में बहुत कमी आ जाती है। अगर संबंधित फसल की खेती. सोयाबीन की एनआरसी प्रजाति की 6 किस्में (NRC soybean ki kismen) किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी इस किस्म के बारे में जानिए. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. सी. चना की खेती करने से पहले चना की किस्मों (Chana ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. मी. एस. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা -जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. Kumawat on 20-06-2020 Soyabean ki kheti. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. सोयाबीन की ये किस्मे देगी एक एकड़ में भरपूर पैदावार, किसानो की होगी बल्ले बल्ले। आपको बता दे की कुछ ही दिनों में सोयाबीन की बुआई शुरू. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. 1012, पी. मक्का खरीफ की प्रमुख फसल है।दक्षिणी राजस्थान में इसे खाद्यान्न के रूप में उपयोग किया जाता है। मक्का की उन्नत किस्म का विकास अखिल भारतीय समन्वित. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. . वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. सोयाबीन की कुछ विशेष प्रजातियाँ हैं, जैसे जे. में सोयाबीन. औषधीय गुणों से भरपूर आँवला की खेतीगेहूं की नई उन्नतशील किस्म dbw 222 (करण नरेंद्र) देश केज्यादातर किसान रबी के मौसम में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. सोयाबीन की. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. किसानों का पीला सोना सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी। सीहोर के रफी अहमद किदवई एग्रीकल्चर काॅलेज के. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. ए. एस. अनु. सोयाबीन की फसल में कीट एवं खरपतवार का नियंत्रण-देश में कई राज्यों में खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती की जाती है। सोयाबीन की बुवाई. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी – कृषि विभाग द्वारा किसानों को खरीफ फसल के संबंध में उपयोगी सलाह दी है। जिसके अनुसार. काबुली चने की खेती : कम पानी में बंपर पैदावार के लिए लगाएं “पूसा जेजी 16” किस्म. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. 84 लाख टन रह सकता है जबकि पिछले साल 109. यहां पर किसान आज से नहीं लगभग पिछले 100 साल से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं और लोगों को उसका फ़ायदा उठाने का. . इसकी खेती से. दुपारे ने बताया कि सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की. मटर की इस किस्म को 2018 में विकसित किया गया। यह किस्म बुवाई के बाद करीब 105 से 110 दिन की अवधि में तैयार हो जाती. पौधों की दूरी 5 -7 सेमी एवं बुवाई की गहराई 2 -3 सेमी रखनी चाहिए. Share. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. सी. 9560 (js 9560). इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. 335, डी. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता. #js 2117 सोयाबीन की नई वैरायटी सबसे अच्छा उत्पादन देने वाली वैरायटी कम बारिश. Soyabean Farming: खरीफ फसलों की बुवाई का समय नजदीक आ रहा है. एन. सोयाबीन की शीघ्र, मध्यम एवं अधिक समयावधि वाली किस्में तथा उनकी बीज उपलब्धता – सोयाबीन के बदलते हुए मौसम के परिप्रेक्ष्य एवं कीट/रोग. सोयाबीन बीज की जीवन क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रबंधन तकनीकें. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’ (macs 1407) चर्चा में क्यों?. October 30, 2020 October 30, 2020. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. 5 प्रतिशत प्रोटीन, 19-20 प्रतिशत वसा पाया जाता है। इसका दूध रासायनिक विश्लेषण की दृष्टिअंकुरण परिक्षण. वर्ष 2019 में, भारत ने व्यापक रूप से तिलहन के साथ-साथ पशु आहार के लिए प्रोटीन के सस्ते स्रोत और कई पैकेज्ड भोजन के तौर पर सोयाबीन की खेती करते हुए इसका लगभगसोयाबीन की उन्नत क़िस्में 2021 एवं उनकी विशेषताएँ-सोयाबीन की बुआई का कार्य जून माह के दुसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगा, इसके लिए किसानों कोसोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. Improved variety of soybean 2022 देश में. वर्ष 2005 में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार द्वारा हरित क्रांति-कृषोन्नति योजना (Green Revolution Krishonnati Yojana) की शुरुआत. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. फसलों में विषाणु रोगों के प्रकोप से काफी नुकसान होता है। विषाणु. भारत दुनिया के. 1042। इनमें से जे. ये भी पढ़ें: सोयाबीन की नई किस्म से किसानों की चांदी सोयाबीन की बुवाई करने से पहले बीज का उपचार जरूरी है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने देश के अलग. सोयाबीन की दो नई किस्म विकसित जबलपुर। जवाहर लाल कृषि. महाराष्ट्र. s 97-52) इस किस्म के फूल सफेद होते है तथा दाने पिले रंग के होते है। यह अधिक नमी वाली क्षेत्रों के लिए काफी सहनशील है इस किस्म की पकने की अवधि 110 दिनों. पूसा मस्टर्ड-32 किस्म में इरुसिक एसिड की मात्रा बहुत कम है जिससे हृदय रोग का खतरा कम रहता है।. वी. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. बैठक में सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में ही विकसित सोयाबीन की किस्म NRC soybean ki kismen एनआरसी 150 किस्म (Soybean NRC 150 Variety) के उपयोग की अनुशंसा पहचान समिति. छत्तीसगढ़. के. भारतीय वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट. अगर भोजन में नॉनवेज (मांस) की सभी अच्छाइयों को उसके बिना नुकसान से पाना चाहते हैं तो सोयाबीन की बड़ी (Soyabean Chunks) से बेहतर कोई आहार नहीं है. भा. सोयाबीन का दही बड़ा. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. तक होती है, बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) एवं रंग हल्का पीला. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. California DRE #1522444. …सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. ए. नई किस्म से गणेशपुरा के किसान को फायदा. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. बिरसा सोयाबीन-4 प्रभेद के पौधों की ऊंचाई 55 से 60 से. एच. सोयाबीन की खेती (Soyabean ki kheti) लगभग सभी देशो मे की जाती हैं जैसे – जापान, भारत, चीन एवं ब्राजील आदि। विश्व का लगभग 60 प्रतिशत सोयाबीन का उत्पादन अमेरिका. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. बड़े आकार वाली किस्म 9560 को 3 सेमी तक गहराई में बोना चाहिए. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. 5. सोयाबीन की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – भारत में भी यह खेती बड़े पैमाने पर खरीफ फसल के रूप में की जाती है | यह फसल आमतौर पर 90- 100 दिन मे तैयार हो जाती है. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. 5. नई दिल्ली। देश के सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट मैसेज जारी किया है। इस मैसेज के मुताबिक बैंक की कुछ सेवाएं लगातार. आर. एस. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी पूसा बासमती 1692 धान की किस्म धान की फसल में शीथ ब्लाइट का प्रकोप, कैसे करें उपचार ; भारतीय. जे एस 335-सोयाबीन की उन्नत किस्म, पीले दाने वाली और शीघ्र पकने वाली 100 से 105 दिन इस किस्म में फूल बैंगनी रंग के होते है एवं फलियां चिकनी और. A. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. 5 bathrooms. ब. सोयाबीन. अवधि- 90- 95 दिन. Soyabean New variety 2023 : इस समय किसान साथी खरीफ फसल की बुवाई की तैयारी में लगे हुए हैं। इसी बीच किसानों हेतु NRC की नई किस्म को मंजूरी दी गई है। ये सोयाबीनविगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. जानिए सोयाबीन की नई किस्म के बारे में, किस समय करें बुवाई और. सोयाबीन की नई फसल की आवक मंडियों में काफी कम है। अगस्त में बहुत कम बारिश की वजह से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में. सी. मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अब एक और नई खुशखबरी जिससे इस वर्ष किसानों को जमकर फायदा मिलने वाला है मध्य प्रदेश की एनआरसी कि इन 3 वैरायटी (Soybean New variety 2023. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. तिलहनी फसलों में गंधक का महत्वसोयाबीन का दही बड़ा. एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज. मानसून की. 29 जून 2022, भोपाल । इस साल सोयाबीन की बुवाई से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें – सोयाबीन ख़रीफ़ की एक प्रमुख फसल है जिसे किसान पिछले 5 दशकों से उगा रहे हैं। फसल के. राजस्थान में सोयाबीन उत्पादन में अव्वल रहने वाले हाड़ौती के किसानों के लिए कोरोना संकट काल में खुशखबर आई है। खरीफ सीजन में किसान सोयाबीन की नई किस्म. सोयाबीन js2069टॉप किस्म उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ देगी News. 80 से. सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है। यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई. सोयाबीन. प. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. तिलहन फसलों (oilseed crops) में सोयाबीन (Soybean) मुख्य फसल मानी जाती है। भारत में सोयाबीन की. 27 सितम्बर 2023, नई दिल्ली: इस वर्ष सोयाबीन की नई फसल के आगमन में देरी होने की संभावना है: सोपा – सोयाबीन प्रोसेसर्स. सोयाबीन एक बहुगुण सम्पन्न दलहनी एवं तिलहनी फसल है। इसके बीज में 40-43. खरीफ सीजन में यदि तिलहन फसलों की बात कि जाए तो सोयाबीन सबसे मुख्य फसल है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की मानें तो इस वर्ष सोयाबीन के बुआई रकबे में. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. सोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407. 1569 Cedarglen Rd is a 2,088 square foot house on a 0. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. सोयाबीन की इस किस्म के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी. जे. नीता खांडेकर ने कहा कि विगत दो वर्षो से ख़राब मौसम के कारण सोयाबीन के बीजोत्पादन. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. खेत की तैयारी के लिए किसान रबी फसल की कटाई (harvesting of rabi crops) के बाद मई के महीने में तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई, और आमतौर. अरहर की नई किस्म आई – 50 मण की देगी पैदावार, किसानो की आय होगी दोगुनी . महत्वपूर्ण खबर:सोयाबीन मंडी रेट (30 जुलाई 2022 के अनुसार) अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म आरवीएसएम 2011-35 विकसित. भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान की निदेशक डॉ. डॉ. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. dbw 222 (2020): इस ब्रेड गेहूं की किस्म को पंजाब राज्य में उप-पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर खेती के लिए अनुशंसित किया गया है। इसके पौधे की औसत ऊँचाई 103 सेमी होती है. सोयाबीन की बुवाई जून के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाती है। ऐसे में सोयाबीन की बंपर पैदावार लेने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्में. सोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. ए. एस. 10 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो वर्ष 2021 – 22 में 4. सोयाबीन -[वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय. सोयाबीन की देर से बुआई के लिए कितना सोयाबीन बीज उपयोग करना चाहिए. सोयाबीन की इस किस्म की बुआई का सही समय 15 जून से 30 जून तक है. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में. जानिए सोयाबीन के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में । सोयाबीन में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सोयाबीन के मदद. Soyabean varieties 2023 में सबसे ज्यादा डिमांड की जाने वाली सोयाबीन की प्रमुख किस्में कौन सी है, क्या ज्यादा सर्च किया जा रहा है, जानें. हाई रिच सीड्स MD-S-9001 सोयाबीन की किस्म जिसकी बीजदर 23-25kg प्रति एकड़ होती इसमें डालियों का फूटाव अधिक होता है जिससे प्रति डाली फूल और फलियों की…डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) एक उपन्यास टिकाऊ बैक्टीरियल ब्लाइट प्रतिरोधी उच्च उपज देने वाले महीन दाने वाली चावल की किस्म है जिसमें चार. इस किस्म से 10 क्विंटल तक अधिक उत्पादन. मी. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. सोयाबीन की तीन नई किस्मों को मध्य प्रदेश में मंजूरी मिली. 12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1. किस्म विकसित की है. . एच. 335 सन 1994 में, जे. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. वहीं सोयाबीन दलहनी फसल होने के बावजूद तिलहन की फसल मानी जाती है. इससे किसानों की आय भी. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. org. आई. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. सोयाबीन का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये किसान प्रमाणित बीज का ही उपयोग करें तथा उचित बीजोपचार उपरांत ही बोनी करें। बीज को. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. हेडगेवारसोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. मक्का-सूरजमुखी. सोयाबीन बारिश के मौसम की फसल मानी जाती है। सागर के युवा किसान ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के किसानों को हैरान कर दिया है। यही. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: समस्या: गेहूं की बाली में काफी फफूंदी आ जाती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? – समाधान : गेहूं की बाली काली पड़ने का कारण. एच. उन्होंने कहा, ‘‘सोयाबीन की इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बुआई के बाद इसकी फलियों में दाना भरते समय 20-25 दिन बारिश न होने पर भी यह. आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़. मक्का. 23K views, 605 likes, 2 loves, 12 comments, 24 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: 3 एकड़ सोयाबीन कमाई लाखो की || सोयाबीन की वैरायटी ने मचा. 1. देश में तिलहन फसलों का. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. जानें, सोयाबीन की फसल को सूखे से बचाने के कारगर तरीके. सोयाबीन की नई किस्में (New Soybean Varieties): देश के किसानों की हालत में सुधार, उनकी आय में वृद्धि के उद्देश्य से कृषि वैज्ञानिक आधुनिक तकनीक और फसलों की उन्नत. सोयाबीन एमएसीएस 1407 : यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. भारत के कई राज्यों में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है और कई जगहों पर अब भी बुवाई होने लग रही है। लेकिन किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती करने से पहलेसोयाबीन की इन 7 नई किस्मों की हुई सिफारिश फसल से बढ़िया पैदावार लेने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच कर उपजाऊ क्षमता बड़ाए, यह. उमाशंकर मिश्र Twitter handle: @usm_1984 जालंधर : रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में. . A. सोयाबीन RVS 2001-4 की विशेषताएं. मूंग की अधिक उपज देने वाली किस्म आईपीएम 410-3. Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल, बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं. जून के पहले पखवाड़े को सोयाबीन बोने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस अवधि में अनुकूल मौसम की स्थिति होती है, जिससे आपकी. Email: [email protected](रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. सोयाबीन की इस नई वेरायटी का नाम एमएसीएस 1407 है. सोयाबीन की इस किस्म की बात करें तो दानों का रंग पीला, फूलों का रंग सफेद और फली चपटी होती है। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी अच्छा उत्पादन. देश में तिलहन फसलों का. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ?सोयाबीन किस्म जे. मक्का. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक. com. आई. भा. नई दिल्ली. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. September 27, 2023 2 min read SOPA. Livesoyabean js 2098 Verity jankari #farming#kisan#js2098#agrifarming#indianfarmer#khetikisan#jaykisanकृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत आयोजित समूह प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों (तिलहन) में सोयाबीन फसल की नवीन उन्नत किस्म. के. एस. इस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. एनआरसी 147. छत्तीसगढ़. नई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. महाराष्ट्र. . सोयाबीन की ये किस्म 90 से 104 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म से करीब 30-35 क्विंटल. सोयाबीन में बीमारी-कीट का नियंत्रण. नई सोयाबीन कि वैरायटी लेने के लिए संपर्क जरूर करें- 8319094817किसान भाइयों. देश में तिलहन फसलों का. 1569 सोयाबीन की किस्म। soyabean variety. एमएसीएस 1407 किस्म सोयाबीन: आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. 24 मई 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन की बुआई करने का सही समय और तरीका – भारत में रबी फसलों की खेती के बाद अधिकतर किसान खरीफ फसल की खेती के लिए जमीन की तैयारी करते है. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. प्रबंधन – रोग प्रतिरोधक किस्में इंदिरा सोया-9, डी. की तुलना में काफी कम है । अकेले मालवा जलवायु क्षेत्र में सोयाबीन का क्षेत्रफल लगभग 22 से 25 लाख है, अच्छादित है । इससे स्पष्ट है, कि. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. सोयाबीन की खेती,,किस्में और संकर,अन्तःफसल पद्धतियाँ,बीजों की गुणवत्ता,बुआई की विधियाँ,खाद एवं उर्वरक,सिंचाई,निंदाई-गुड़ाई,मुख्य. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. जानिए सरसों की किस्म पूसा सरसों 26 (एनपीजे-113) की विशेषतांए July 20, 2023 July 20, 2023 सुबबूल की खेती में किसानों का भविष्य सुरक्षित16 सितम्बर 2023, भोपाल: सोयाबीन किसान खुश, पीला सोना खरा उतरने की उम्मीद – पीला सोना के नाम से पहचानी जाने वाली खरीफ की प्रमुख तिलहनी फसल सोयाबीन का रकबा इस. , जबलपुर द्वारा विकसित. 10. 10 अक्टूबर 2023, भोपाल: चावल की किस्म एएसडी 21 (एएस 15024) (आईईटी 29799) – भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद भारत में कृषि के प्रयोजनों के लिए चावल की एक. सी. Phone: (0755) 4248100. सी. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. एस. सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्म जेएस 9560 95-60 की बोवनी जून के द्वितीय सप्ताह में हुई है, सबसे पहले परिपक्वता के लिए अग्रसर हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन की. सीहोर. 06 नवम्बर 2023, नई दिल्ली(मधुकर पवार): प्याज के दाम बढ़े तो किसानों को भी. >सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी।प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. सोयाबीन किस्म nrc 157 की विशेषताएँ . सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. Search for; Home; समाचार अपडेट. अनु. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. #shorts #trending #soyabean #shortmakka ki khetisoyabean ki khetisoyabean varietysoyabean ki kismmakka ki kheti kais. भारत सरकार द्वारा इसी वर्ष अधिसूचित 95 दिनों की समयावधि में पककर औसतन 2 टन/हेक्टेयर उत्पादन क्षमता वाली इस किस्म में पीला मोजेक एवं चारकोल रॉट. एस. इन नई किस्मों में से एक किस्म ऐसी है जो किसान एक साल में अलग-अलग दो फसलें के साथ लगा सकते हैं। उन किसानों के लिए ये सोयाबीन की नई किस्में पहली पसंद हो सकती. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. 14 Press Complex, M. China agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी आबादी. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से सोयाबबीन में खरपतवार प्रबन्धन विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्र. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. भारत में सोयाबीन की खेती (Soybean Farming) बड़े पैमाने पर की जाती है। लेकिन नई-नई किस्मों के आने के अब सोयाबीन की खेती मैदानी इलाकों में भी की जाने लगी है। जानें. . Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. भोयर के किसान सुरेश बापुराव गरमाडे ने sbg-997 सोयाबीन किस्म को कानूनी मान्यता दी है. . अधिक उपज देने वाली गेहूँ की किस्म DBW 93 October 19, 2022. इस वैरायटी के उत्पादन के बारे में बात करें तो इसका एवरेज उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है। यानि की एक बीघे में 6 से 7 क्विंटल तक आप. Nagar, Zone - 1, Bhopal - 462011 Madhya Pradesh INDIA. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. वीडियो में सोयाबीन की किस्म kds 726 और kds 753 की जानकारी जैसे बीज मात्रा, बुवाई. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. 2034 (js 2034). अवधि- 90- 95 दिन. मी. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. एस. की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ किया एमओयू – सीएनएच ने भारत में फलों की तुड़ाई तकनीक के संबंध में.